गुरुवार, 30 दिसंबर 2010

राहुल की रैली में नक्सली नेता

आखिर कौन रखेगा ग्रामीणों के स्वास्थ्य का ख्याल - झोला छाप डॉक्टर हैं न
युवाओं में बढ़ रहा है बहरापन - गार्जियन कृपया उपदेश पिलाना बंद करें
न्यायिक आदेश की उड़रही हैं धज्जियां - ये है इंडिया मेरी जान
एक माह बाद धराया पाकेटमार- अब समझ में आया की क्यों बड़े अपराधियों को पकड़ने में पुलिस को वर्षों लग जाते हैं
ससुराल में युवक की हत्या - बीवी के साथ कुछ उल्टा -सीधा कर दिया होगा
राहुल की रैली में नक्सली नेता - भाषण सुनने आया होगा
वेतन बढ़ाने की बात अनैतिक आडवाणी - हाँ सांसद सवाल पूछने के लिए पैसे ले सकते हैं
सीमा के पास चीन ने तैयार की मिसाइलें - तो सरकार हिंद -चीन भाई -भाई का का स्तोत्र पाठ शुरू कर दे
शाहरुख़ एवं सलमान में टक्कर होते -होते टली -शुक्र है बड़ा हादसा टल गया
गैस पीड़ितों को मिला प्रशिक्षण - ताकि भविष्य में वे ऐसी ओर हादसों को झेल सकें

दिनोदिन बढ़ रही मंहगाई कब रुकेगी

दिनोदिन बढ़ रही मंहगाई कब रुकेगी - जहन्नुम में जाकर
अबैध कब्जे से परेशानी -तो रजिस्टरी करा दीजिये
पानी के लिए तीन किलोमीटर की दौड़ - जल्दी पाताल लोक की भी सैर करनी पड़ेगी
भारत से रिश्तों को आगे बढ़ाना चाहतें हैं कुरैशी - कश्मीर का राग अलाप-अलापकर न
अधूरी सड़क से परेशानी - मतलब सड़क पूरी हो जाने पर परेशानी दूनी हो जाएगी
पौधों का वितरण - क्यों मुफ्तखोरी की संस्कृति को बढ़ावा दे रहे हो
नदी का पानी पी रहे हैं छात्र - कठिन परिस्थितियों में रहने के गुर जो सीख रहे हैं
क्रांति दिवस पर धरना प्रदर्शन - नाम बड़े ओर दर्शन छोटे
चेहरा है या चाँद - मेकप उतरवाकर देखिये आप
लोगों के सहयोग से हो रहा है विकास -तब काहें को अकेले सरकार श्रेय ले रही है
कांग्रेस के सम्मलेन में हंगामा -देखते रहिये ओर भी आगे होगा ड्रामा
असाधारण प्रतिभाओं को सलाम - ओर साधारण हो जायें गुमनाम
अब आंवारा कुतों की नशबंदी - पर लाफुओं पर नहीं होगी पाबन्दी
चाकलेट खाने से कम होता है हार्ट अटैक का खतरा - पर बन जाता है दांतों का जत्रा
जौ से ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल - पर मन मांगे नमक मोर
आक्रामक लोगों को दिल के दौरे की आशंका -पर नम्र लोगों को हरदम रहता है ठगे जाने का खतरा

मंगलवार, 28 दिसंबर 2010

पांच पांडव करेंगे चीरहरण

अब सरकार की मर्जी के मोहताज नहीं हैं राज्यपाल - मतलब अब एक राज्य में दो राजा वाली बात चरितार्थ होने जा रही है
संसद में युवाओं पर भारी बुजुर्ग - यहीं है बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर
छात्र सीखेंगे टैक्स अदा करने का पाठ - ओर व्यापारी टैक्स चोरी का
पांच पांडव करेंगे चीरहरण - तब तो दुसासन को आकर लाज बचानी पड़ेगी
अब बीवियां दे रही हैं शौहर को रोजगार - चूल्हा-चौका करवाकर न
रंगदारी मांगने गए तीन बदमाश दबोचे गए - दरोगाजी को हिस्सेदारी नहीं मिली होगी
चिकित्सकों को मिला प्रशिक्षण - आधी- अधूरी पढाई करेंगे तो क्या होगा
नाटक में दिखी राष्ट्रीयता - नाटक में हीं दीख सकती है
कर्तव्य की बलिबेदी पर उत्सर्ग होने से पीछे न रहें जवान - सरकार भी उन्हें दरदर की ठोकर खाने से नहीं रोकेगी

बड्बोलनगुरु के अनुसार पति -पत्नी के लिए कैसा रहेगा नया साल

मेष राशि - पति के लिए - पत्नी के तेवर कड़े होंगे जेवर के लिए झगडे होंगे बात-बात में तकरार होगी पति की सारी दलील बेकार होगी पत्नी मैके रूठ कर चली जाएगी नखरे पर नखरे दिखलाएगी लाख मानाने पर नहीं आएगी
पत्नी के लिए - नए साल में कोई कमसिन आपके पति पर डोरे डालेगी इसकेलिए वह आपको घेरे घारेगी आपको रौद्र रूप दिखाना होगा हाँथ में झाड़ू उठाना होगा

वृष राशि - पति के लिए- आपपर पत्नी की सरसाती रहेगी प्यार के बदले गाली मिलेगी वैसे मित्र ग्रह आपको पत्नी के डर से बचायेंगे वीर रस की कविता सुनायेंगे फिर भी आपको बेलन की मार सहनी पड़ेगी पत्नी बार-बार आपको निकम्मा कहेगी
पत्नी के लिए - पति पर नजर रखनी होगा शौतान का पक्ष तगड़ा होगा पति ओर कहीं इश्क लड़ायेगा घर का मॉल लुटायेगा औरआपको भी हड्कायेगा

शनिवार, 25 दिसंबर 2010

मंहगाई के मुद्दे पर राष्ट्र के नाम बड्बोलन गुरु का सन्देश

प्यारे देशवासियों
नमस्कार
पूरा देश ठंढ के चपेट में है | लगभग पूरा उत्तर भारत रजाई में दूबक चूका है| शुक्र है प्याज की मंहगाई की जिसने पूरे देश में इतनी गर्मी पैदा की की ठिठुरन भरे मौसम में भी लोगों के पसीने छूटने लगे | सरकार चाहे जितने दावे कर ले लेकिन प्याज की गर्मी पूरी सर्दी गुजार देगी | एक लपकी गई खबर के अनुसार प्याज के दाम ने लोगों को खूब रुलाया | सरकार, विपक्ष एवं जनता तीनो ने मंहगाई का खूब रोना रोया | सरकार रोई की कहीं फिर विपक्ष जनता को भड़का न दे | विपक्ष रोया की कहीं उसकी जेपीसी की मांग हवा हवाई न हो जाय | और पार्टी के द्वारा बुलाई गई किसी रैली में जनता वी वांट जेपीसी की जगह वी वांट ओनियन एंड पोटैटो न लगाने लगे |
प्यारे देशवासियों हम वीर देश के वीर नागरिक हैं | प्याज एवं टमाटर के दाम से हम घबड़ाने वाले नहीं हैं | प्याज एवं टमाटर के दाम ने हमें अपनी वीरता साबित करने का मौका दिया है | क्या आप को पता नहीं की कठिनाइयाँ आपकी प्रतिभा को निखारती है | सोना आग में जलकर हीं निखरता है | हम जितना मंहगाई में जलेंगे उतने निखरेंगे | आओ अपने पूर्वजों का ख्याल करें | उन्होंने कितनी कठिनाई में अपने जिंदगी बसर की | जंगल में रहे | कंदमूल खाए पर मुंह से उफ तक नहीं की | एक हम हैं की थोड़ी सी मंहगाई क्या बढ़ी रोने चिल्लाने लगे | क्या ऐसा करके हम अपने पूर्वजों का सर नीचा नहीं कर रहे हैं |
आईये सत्ता पक्ष एवं विपक्ष को एक दुसरे पर कीचड उछालने दें | देश का पैसा बर्बाद होने दें | हम तो जनता जनार्दन हैं | हमारा कम तो पांच साल तक तमाशा देखना है और अंत में वोट देना है |
सरकार एवं विपक्ष से मेरा कहना है की वो लोगो से कहे की मंहगाई कम हो जाएगी | कहने भर से जनता मान लेगी | जनता पहले भी मानती रही है अब भी मान लेगी | पहले भी आश्वासन पर जीती रही है अब भी जी लेगी | अगर इससे भी काम न चले तो सत्ता पक्ष एवं विपक्ष आरोप एवं प्रत्यारो का नया दौर शुरू कर दें मंहगाई अपने आप कम हो जाएगी |
प्यारे भाइयों हम नेताओं से अपनी तुलना क्यों करते हैं | क्या हमें पता नहीं की वे राजा हैं और हम प्रजा हैं | समस्या तब पैदा होती है जब हम अपनी तुलना उनसे करते हैं | वे कार पर चलते हैं और हम पैदल | वे लाखो रूपये संसद की करवाई रोक कर बर्बाद कर देते हैं और हम पाई-पाई को मोहताज रहते हैं | आप यह समझें की सत्ता के कुछ वसूल होते हैं | सत्ता के कुछ धर्म होते हैं जिनमे जुगाड़ एवं पगार दोनों शामिल है | सत्ता के गलियारे में कुछ रोज पकते हैं जिसपर अच्छे बच्चे शोरगुल नहीं करते मौन हो जाते हैं | हमारे एक भाई नाराज थे की माननीयों ने अपनी पगार बढ़ा ली और हमसे पूछे तक नहीं | तो मेरा मानना है की वे अपनी पगार बढ़ाने में सक्षम हैं | जहाँ आपकी जरुरत होगी वहां जरुर पूछेंगे | चिंता मत कीजिये चुनाव आने वाला है आपकी पूछ खुद-ब-खुद बढ़ जाएगी | प्यारे भाईयों हमारे महापुरुषों ने पूरे विश्व को अपना माना था | आखिर क्यों हमें अपने भाई बंधुओं के घोटाले बर्दाश्त नहीं होते | क्यों उनके कोठे अटारी को देख कर हमें जलन होने लगती है | इसका एक कारण यह भी हो सकता हमें लूट खसोट का मौका नहीं मिला | तो चिंता मत कीजिये अगली बार आप को मिल जायेगा | यह लूट का अंतिम मौका नहीं है |
हम जानते हैं की देश की जनता स्वाभाव से दयालु है | उसने नेताओं के सौ गुनाह मांफ की है | हमने चारा घोटाला भूला दिया | और न जाने कितने घोटाले भूला दिए| और अब आदर्श घोटाले और कॉमन वेल्थ घोटाले को भूलने में समय नहीं लगायेंगे | हालाँकि संसद के मानसून सत्र के दौरान हमने पूरे धैर्य का परिचय दिया | संसद भवन को माननीयों ने दंगल बना दिया और हम दूर कहीं मंगल मनाते रहे |
प्यारे देशवासियों मंहगाई ने हमें एक नया अवसर दिया है | सरकार के लिए समझावन बुझावन मंत्रालय गठित करने का यह सबसे सही समय है | समझावन -बुझावन मंत्रालय गठित कर सरकार अपने किसी असंतुष्ट को संतुष्ट कर सकती है और लाखों बेरोजगारों को समझावन गुरु के पद पर नियुक्त भी कर सकती है | मंहगाई का एक दूसरा फायदा यह है की मंहगाई बढ़ने से लोग पड़ोसियों की बुराई करना छोड़ देते हैं और सरकार की बुराई करने लगते हैं |
भाइयों वैसे तो मेरा संदेश दो -तीन महीने चल सकता लेकिन मुझे आप पर दया आती है खुदा हाफिज |

मंगलवार, 14 दिसंबर 2010

पोर्टल दे रहा है दूसरी शादी का मौका

ये लफुआ-वाणी है अब आप बड्बोलनगुरु से समाचार सुनिए बड्बोलनगुरु की सगाई देखकर बालाओं को आई रोआई सब ने एक शुर में कहा ये क्या कर रहा है रे कसाई उस लड़की पर दया तुम्हे क्यों नहीं आई बड्बोलन गुरु ने कहा अपने दीदी की तुम सब प्यार से करो विदाई क्यों शादी के अवसर पर शहनाई की जगह गम की धून तुम लोगों ने बजाई क्यों मेरी खुशियाँ तुम्हे रास नहीं आई अब समाचार विस्तार से
अब कुत्ते भी कर सकेंगे रक्तदान - मतलब अब कुत्ते पालने पर डबल लाभ मिलेगा
अभी बहुत कुछ होना है संसद में - सिवाय कामकाज के
ट्रेनी सिपाहियों ने लोगों को धुना - पूत के पांव पालने में दिखाई पड़ने लगे
नहीं मिल रहा है पानी - पर शराब तो खुलेआम मिल रही है न
पोर्टल दे रहा है दूसरी शादी का मौका - ओर साथ में नरक का हनीमून ट्रिप फ्री भी
जीवन साथी के साथ रात गुजारेंगे कैदी - यानी कैदियों के गुनाहों की सजा उनकी पत्नियों को भी भुगतना padega
दिमाग पर निर्भर होती है बचत - मतलब दिमाग के मामले में अमेरिकी सबसे निचले स्तर पर हैं
सत्तापक्ष ने किया सिब्बल को हूट - ताकि विपक्ष हीं न ले ले पूरा मजा लूट
अंगूठा लगाने से मुकरे डॉक्टर -गंवार समझ रखा है का, अपनी भी इज्जत है

सोमवार, 22 नवंबर 2010

मंहगाई कैसे दूर होगी

मंहगाई कैसे दूर होगी - राजनितिक रोटियां सेंकने से |
नक्सलवाद समस्या का हल कैसे निकल सकता है - हाथ पर हाथ धरे रहने से |
माओवादियों ने पुल उड़ाया- पुल नहीं उड़ायेंगे तो क्या फूल बरसाएंगे |
किंग खान हुए घायल -दीपिका पादुकोण से या बेबो से |
केंद्र सरकार पर फिर बरसे नीतीश - समय से पहले मानसून आगया है क्या ?

शुक्रवार, 24 सितंबर 2010

मैडम का बायोडाटा

अगर आप समझते हैं की केवल नौकरी चाहनेवाले युवाओं को हीं अपना बायोडाटा बनवाना पड़ता है तो समझिए की आपकी जेनेरल नालेज कमजोर है और आपको थोड़ी और मेहनत की जरुरत है मेरे पास बायोडाटा बनवाने वालों में बच्चे से लेकर आंटी तक शामिल हैं  थोडा मै अपना परिचय आपको बता दूं मै एक बायोडाटा  बनानेवाला प्रोफेशनल हूँ और कोई नौकरी नहीं मिलने के कारण इस धंधे में आगया हूँ जिस प्रकार प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाला प्रतियोगी सफलता हाथ नहीं लगने  पर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करवाने लगता है ठीक उसी प्रकार अपना बायोडाटा हर जगह रिजेक्ट होने के अनुभव के आधार पर मै लोगों का बायोडाटा बनाने लगा हूं और अपन और मेरी कीर्ति इस क्षेत्र में इस कदर फैली है की लोग मुझसे बायोडाटा बनवाने के लिए साल- साल भर इंतजार करने के लिए तैयार है इसका कारण यह है की मेरा बनाया बायोडाटा आपको इंडियन क्रिकेट टीम में जगह दिलवा सकता है और किसी हसीना का राजकुमार बनवा सकता है हाँ सावधानी हटने पर आपको लात भी खिलवा सकता है किसी प्रसिद्ध ज्योतिषी की भविष्यवाणी फेल कर सकती है लेकिन मेरा बनाया बायोडाटा कभी भी फेल नहीं कर सकता है क्योंकि उसमे जुगाड़ का मेल है बिहार चुनाव में जिस किसी नेता का टिकेट  कन्फर्म होगा तो समझो बायोडाटा मेरा बनाया हुआ है वर्ना कैंडिडेट समय कहीं और जाया किया हुआ है मै आपको अपना कुच्छ और अनुभव सुनाऊँ एक दिन मेरे पास एक आंटी बायोडाटा बनवाने के लिए आयीं मैंने उम्र एवं मर्यादा का ख्याल करते हुए कहा की आंटी क्या आपको यमराज के लिए बायोडाटा बनवाना है तो आप निश्चिन्त रहे मै आपका ऐसा बायोडाटा बनाऊंगा की जिसे पढ़कर यमराज आपको नरक की जगह स्वर्ग ले जायेंगे इतना कहना था की वह भड़क गयी और मुझे सुन्दर वचन सुनाने लगी की माता जी होंगी तुम्हरी बीवी और कहने लगी की तुम्हे युवतियों के साथ बिहेव करने का तरीका नहीं मालूम है और चले हो सबका बायोडाटा बनाने मैंने कहा नहीं मैडम मेरे कहने का ये आशय नहीं था मै तो मजाक कर रहा था आप जैसी युवती को देखकर तो आँख एवं मुंह  तो फिसल हीं जाएगा  न तीर निशाने पर लगा था उन्होंने मुझसे अपने इस गलतफहमी के लिए छमा मांगी और मुस्कान बिखेरते हुए विषय पर आयीं और बोलीं की दरअसल मै एक पड़ोस के युवा के साथ डेट पर जाना चाहती हूं और तुम्हारे पास अपना फेट बनवाने आया हूं सुना है उसके यहाँ मुझ जैसी युवती के कई और बायोडाटा पड़े हैं मै चाहती हूं की मेरा बायोडाटा थोडा अलग दिखे और पहली डेट मुझे हीं मिले मैंने कहा की मैडम आप सौ परसेंट आश्वस्त रहें लड़का आपके हीं साथ डेट पर जायेगा वर्ना इस दुनिया से चला जायेगा वह चहकती हुई बोली क्या आप ये काम भी करते हैं तो सुनिए मुझे अपने ग्यारहवें पति से छुटकारा पाना हैं अच्छा है मुझे इस काम के लिए किसी दुसरे जगह नहीं जाना पड़ेगा मै सोंचने लगा इस महिला के लिए क्या करना होगा तभी मेरी छठी इन्द्रिय ने उपाय सुझाया की उस महिला को मिस यूनिवर्स नहीं तो मिस इंडिया तो साबित करना हीं पड़ेगा और नया दिखाने के लिए बदन पर कम कपडा पहनने की सलाह देनी होगी इसके आलावे उसे कुछ दिन चेहरे की रंगाई पोताई भी करने की भी सलाह देनी पड़ेगी.

मंगलवार, 7 सितंबर 2010

क्राइम मीटिंग में सो रही थी पुलिस

ये लोकवाणी है अब आप बड्बोलन गुरु से समाचार सुनिए |
क्राइम मीटिंग में सो रही थी पुलिस - जगाने के लिए भांगड़ा सुना |
संसद एवं राष्ट्रपति भवन जैसे इलाके पानी में डूबे - यानि दिल्ली को डूबोने के लिए बाढ़ नहीं वर्षा ही काफी है|
बिहार कांग्रेस की पुकार - राहुल भैया आकर लगायें नैया पर |
राहुल गाँधी जहाँ भी जा रहे हैं
उनके समर्थक इस नारे से उनका स्वागत कर रहे हैं - राहुल भैया मत घबडाना तेरे लिए सिंह साहब को है जाना।
दीपिका पादुकोण ने कहा उनके सेहत का राज लक्स में समाया हुआ है - उनसे पूछिए उन्होंने कितने दिन लक्स में नहाया हुआ है|
भोपाल में एक ऐसा कवि है
जिसकी कविता सुनने के लिए लोगों को सूट- बूट में होना आवश्यक है - चिरकुट कवि जो उसे लोग समझने लगेंगे|

सोमवार, 6 सितंबर 2010

बुरा न मानो होली है (बड्बोलन गुरु हो जा शुरू)

दिन रविवार सुबह छः बजे बड्बोलन गुरु का मेरे घर पर आगमन चेहरे पर पर चिंता का भाव मन में गुब्बार हीं गुब्बार बोले की अब कोई रोक न सकेगा देश का होने से बंटाधार मैंने पूछा क्या गुरु क्या हो गया कुछ गड़बड़ घोटाला वे बोले गड़बड़ घोटाला तो इस देश में हरदम होला लेकिन इस समय की ब्रेकिंग न्यूज़ क्या है ? उन्होंने सुनाना शुरू किया आज मैं तुम्हे अतीत की सैर पर ले चलूँगा मैंने कहा भैया तुम अतीत या वर्तमान कहीं की सैर कराओ मैं भी यहाँ बैठे- बैठे उकता गया हूँ तो उन्होंने मुझे सैर कराना शुरू किया और साथ में उपदेश पिलाना शुरू किया | एक दिन की बात है हिंदी फिल्मों के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग पर लीवर सिरोसिस से पीड़ित होने की बात कर पूरे देश में भूचाल ला दिया | लोग डिक्सनरी लेकर लीवर सिरोसिस की मीनिंग खोजने लगे | लोगों की व्यस्तता एकाएक बढ़ गयी | लोग सगे सम्बन्धियों से फ़ोन करके पूछने लगे यार लीवर सिरोसिस क्या होता है | जो लोग जानकर हैं हलकान थे | मन्नते मान रहे थे | भागवान को लड्डू चढ़ा रहे थे उनके स्वस्थ होने के लिए पूजा अर्चना कर रहे थे | लोग बच्चन जी का हाल जानने के लिए एक दुसरे का हाल बेहाल कर दिए थे | लोगों ने एक दुसरे को पकड़-पकड़कर कर गप्प लडाई | चैनल वालों ने उनके शंका का समाधान किया और लीवर सिरोसिस ऐसी ऐसी व्याख्या की डाक्टरों को भी अपने ज्ञान पर शर्म आने लगी | बच्चनजी के प्रशंसकों ने डाक्टरों से कहा की वे अपने टीम में चैनल वालों को रखे चैनल वाले रोग के तह तक जाने में उनकी मदद कर सकते है इस बीच एमे वोम्मे के डाक्टरों ने एक आपात बैठक यह विचार करने के लिए बुलाई की चैनल वाले हमसे आगे कैसे निकल गए झोला छाप डाक्टरों ने रैली निकाली और कहा की अमित जी के इलाज की जिम्मेदारी उन्हें सौपा जाये | टेलीविजन पर आनेवाले बाबाओं ने भी अमित जी को सहायत की पेशकस की और कहा है की उनके पास एक ऐसा मंत्र है जो हर प्रकार के रोगों का इलाज करने में सक्षम है इस बीच बिग बी फैनों ने बिजली बिभाग पर धरना दिया और देश के सारे फैन बंद करा दिए बाद में वे एक रैली निकाल कर सरकारविरोधी नारे भी लगाये | बिग बी के बीमार होने का मौका संसद में भी गूंजा |शून्यकाल के दौरान लोक सभा में यह मामला उठाते हुए डोलड्रम पार्टी के डांवाडोल सिंह ने कहा की सरकार बिग बी के इलाज के लिए समुचित कदम उठाये |माननीय सदस्यों को शांत कराते हुए अध्यक्ष महोदय ने कहा सदस्यगण कृपया शांति बनाये रखें बिग बी के पास इलाज कराने के लिए पैसा है और जयाजी हमसे बेहतर उनकी देखभाल कर रहीहैं| उधर अमेरिका ने अपने नागरिकों को भारत न जाने की सलाह दी है | एक बयान जारी कर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत में बिग बी कि हालत ख़राब चल रही है और उनके प्रशंसक विदेशी पर्यटकों पर हमला कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने लोगों से अपील कर के कहा है कि वे शांति बनाये रखें बिग बि को लीवर सिरोसिस कैसे हुआ इसकी समुचित जाँच करायी जाएगी | अगर इसमें पाकिस्तान का हाथ हुआ तो अमेरिका से इसकी शिकायत कि जाएगी |
जारी ...

देश की नई उपलव्धि

राष्ट्र मंडल खेल शुरू होने से पहले देश ने एक नई उपलब्धि अपने नाम कर ली | वह है दुनिया के भ्रष्टतम देश के क्लब में अपने ख़िताब बचाए रखने का| देश विकास के क्षेत्र में नए कीर्तिमान गढ़ने के साथ -साथ भ्रष्टाचार के क्षेत्र में भी अपना नए कीर्तिमान बनाता जा रहा है | जब देश में नेताओं एवं अधिकारियों की गठबंधन सरकर कायम रहेगी देश से यह उपलब्धि कोई माई का लाल नहीं छीन सकता है| हालाँकि पड़ोसी राष्ट्र पाकिस्तान हमें इस क्षेत्र में कड़ी टक्कर दे रहा है| लेकिन आशा है देश अपनी इस उपलब्धि को जल्दी खोने नहीं देगा| कुच्छ लोग भ्रष्टाचार को देश के विकास में सबसे बड़ी बाधा मानते हैं लेकिन मेरा अनुभव ठीक इसके विपरीत रहा है| मेरा मानना है की भ्रष्टाचार को वगैर बढ़ावा दिए देश प्रगति नहीं कर सकता है | इसका उदहारण आप गाँव - गिरांव में भी देख सकते हैं जो लोग जितना भ्रष्ट हैं उतने हीं सुखी संपन्न हैं | और जो जितना ईमानदार उतना हीं लाचार एवं बेवस | कालाबाजारी एवं भ्रष्टाचारी जब फल-फूल सकते हैं तो विकास एवं भ्रष्टाचार में विरोध कैसा ? दूसरी बात यह है की जब व्यक्ति भ्रष्टाचार के माध्यम से तरक्की कर सकता है तो देश क्यों नहीं? पडोसी राष्ट्र आतंकवाद के विश्वव्यापी एक्सपोर्ट में मिली ख्यात के बल पर अगुवा बननेका प्रयास कर रहा है लेकिन आशा है हमें देश में भ्रष्टाचार क्षेत्र के महारथी उसके मंसूबे को सफल नहीं होने देंगे| हाँ तो मै बात कर रहा था राष्ट्रमंडल खेलों का लेकिन भ्रष्टाचार विरोधियों ने मुझे विषयांतर कर दिया | इस बीच सरकार ने राष्ट्रमंडल खेल के निर्माण कार्य में हुई धांधली पर दो गाड़ी चिंता व्यक्त की है | और मंत्रियों एवं संतरियों से कहा है की राष्ट्रमंडल खेल तक आरोप- प्रत्यारोप का नया दौर शुरू कर दें | ताकि जनता दूध का दूध एवं पानी का पानी कर सके एवं राष्ट्रमंडल खेल भी ठीक ढंग से संपन्न हो सके| मेरा मानना है की सरकार को चिंतित होने दें वह इसी तरह वक्त- बेवक्त चिंतित होती है| आखिर वह किसी के घर खाना पहुँचाने तो जाती नहीं | फिर उपलब्ध अवसर का फायदा उठाने से रोकने का उसे क्या हक़ है |

रविवार, 5 सितंबर 2010

नेताजी के इमेज बिल्डिंग का ठेका

बिहार में चुनाव के साथ हीं इवेंट एवं एड कंपनियों की भी पौबारह हो गयी है | पोस्टर एवं फ़िल्म बनाने से लेकर इन कंपनियों ने नेताजी के इमेज बिल्डिंग का भी ठेका ले रखा है| वैसे हमारे क्षेत्र के नेताजी के चेहरे पर चिंता की जगह मुस्कान तैर रही है | मानो अभी - अभी वे शादी किये हों और बीवी देखकर फूले न समां रहे हों | इनदिनों बच्चों को देखकर उनके ह्रदय में ममता उमड़ पड़ती है | उनके हांथ बरबस उन्हें प्यार करने के लिए उठ जाते हैं| धीर -गंभीर चेहरे पर खेलती मुस्कान लोगों को पशोपेश में डाल रही है | ऐसे समय में जब और नेताओं की रातो की नीद हराम है | हमारे नेताजी मानो चुनाव पहले जीत चुके हों | दरअसल नेताजी के स्वभाव में यह परिवर्तन एक विज्ञापन एजेंसी से जुड़ने के साथ शुरू हुआ है| विज्ञापन एजेंसी ने उनके इमेज बिल्डिंग का ठेका ले रखा है| एजेंसी ने नेताजी को सलाह दी है कि भलेहीं कोमलता उनके स्वाभाव का अंग न हो | लेकिन नेता बने रहने के लिए कोमलता धारण करना बहुत जरुरी है| बहुत से नेता जो अन्दर से सरल एवं सीधे -साधे दीखते है क्या अन्दर से वे उतने सरल एवं सीधे होते हैं | विज्ञापन एजेंसी का यह भी कहना है की नेता बने रहने के लिए गिरगिट की तरह रंग बदलना भी जरुरी है | कहावत भी है जहाँ जैसा तहां वैसा नहीं तो नेता कैसा| विज्ञापन एजेंसी के अधिकतर सुझाव को नेता जी ने स्वीकार कर लिया है | क्योंकि इसके लिए नेताजी को छोड़ना बहुत कुछ नहीं है| अगर विज्ञापन एजेंसी कहती की शराब पीना छोड़ दो तो मुश्किल हो सकती थी | लेकिन भला विज्ञापन एजेंसी किस मुंह से नेताजी को शराब पीने से मना करती क्या जनता शराब नहीं पीती| हाँ विज्ञापन एजेंसी का इतना ही कहना है पीयो मगर कोका एवं पेप्सी के बोतल में | जिससे लगे की नेताजी ठंढा पी रहे हैं | हाँ रामदेवजी के शिष्य जहाँ हों वहां पेप्सी एवं कोला के बोतल में कदापि न पीयें वर्ना आपकी लोकप्रियता पाताल लोक को छू सकती है | वहां आंवला एवं एलेवेरा के बोतलों में भरकर काम चलाया जा सकता है | और कहा जा सकता हैं कि मेरी सेहत का राज भी आंवला एवं एलूवेरा में समाया हुआ है| वैसे भी दवा एवं दारू में निकट का सम्बन्ध माना गया है| विज्ञापन एजेंसी ने नेताजी को हिदायत दी है कि वे सार्वजानिक स्थान पर शराब कदापि न पीयें वरना जनता उनको शराबी समझ सकती है| हाँ घर आकर दो के बदले चार बोतल पी सकतें हैं | विज्ञापन एजेंसी ने नेताजी को सार्वजानिक स्थान पर क्रोध नहीं करने की भी सलाह दी है | क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव लोगों पर पड़ सकता है | अगर कोई गाली भी सुनाये तो उसे तरकारी समझकर स्वीकार कर लीजिये | गाली सुनते वक्त ऐसा हाव-भाव बनाईये जैसे गाली सुनना आपकी आदत में सुमार हो | हाँ बाद में गाली देने वाले को आप ठिकाने लगा सकते हैं| विज्ञापन एजेंसी का यह भी कहना है की नेताजी के अवैध कामो से उसे ऐतराज नहीं है | हाँ इसका पता किसी को कानोकान नहीं होनी चाहिए|

शनिवार, 4 सितंबर 2010

इशारों- इशारों में वोट मांगने वाले बता दो ये कला तुने सीखी कहाँ से

सुना है कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी लोगों से इशारों ही इशारों में वोट मांग ले रहे हैं और विपक्षी पार्टियां मुह ताकती रह जा रही हैं| वे लोगों के दुखदर्द को सुनते सुनते वोट भी मांग लेते हैं| भाई मैंने इशारों- इशारों में दिल लेने की बात हिंदी फिल्मों के गानों में सुनी थी | लेकिन वोट मांगने की बात जीवन में पहलीबार सुन रहा हूँ| राहुल गांधी का राजनीति में जो यह नया प्रयोग चल रहा है | उनकी पार्टी के नेताओं को परेशानी में तो डाल हीं रहा है विपक्ष की भी परेशानियाँ बढ़ा रहा है| अपने यहाँ तो गला फाड़-फाड़कर वोट मांगने का रिवाज है | जैसे कोई माई का लाल मेरे कार्यकर्ता को छू कर तो देखे , मेरी पार्टी को जितने से रोककर तो देखे आदि | मुझे याद है जब राहुल गाँधी ने प्रदेश में किसी दलित के घर जब पहली बार रात बितायी थी और पकवान खाई थी तो राजनितिक दलों ने काफी शोर-गुल किया था की वो वंहा से लौटकर गंगा जल से स्नान करते हैं| बाद में सभी पार्टी के लोग गरीबों के घर पकवान खाने लगे| जैसे उन्ही के घर सबसे ज्यादा अनाज भरा हो| उनकी पार्टी के लोग एवं विपक्षी दलों के लोगों को यह मालूम नहीं है की उनको फालो करना मंहगा भी पड सकता है कारण की वे युवा है और कल के दिन शादी भी कर सकते हैं | जिस तरह की हवा बह रही है उससे देखर तो यहीं लगता की कल के दिन वे अगर शादी करने का फैसला भी करते हैं तो शादी करनेवालों की अच्छी खासी लिस्ट तैयार हो जाएगी | और पार्टी के लोग भी शादियाँ करने लगेंगे | फिलहाल तो यहीं लगता है राहुल गाँधी बिहार चुनाव में अपनी शादी की घोषणा नहीं हीं करेंगे | क्योंकि एक अनार सौ बीमार वाली बात उत्पन हो जाएगी | और बात बनने की जगह बिगड़ सकती है | वैसे विपक्षी दल भी यंही चाहते है की चुनाव के अवसर पर वे अपनी शादी की घोषणा न करें | अगर करें भी तो किससे करेंगे नाम बता दे वरना एकमुश्त वोट लड़कियों के उनकी पार्टी को मिल जायेगा| कारण की भला कौन बाला राहुल से अपना नाता नहीं जोड़ना चाहेगी | और हमसफर बनने की बात सोचना ही उनके लिए काफी है | लेकिन राहुल गाँधी के शादी करने की स्थिति में उनकी पार्टी एवं अन्य दलों के नेताओ में शादी करने का चलन भी शुरू हो सकता है | इससे कवांरे तो बीबी पा जायेंगे लेकिन जो शादी शुदा हैं अगर वो शादी करते है तो उनकी बीवियां अपने पतियों को खो देंगी| फिर जिस पार्टी के नेता शादी करेगे तो उस पार्टी को उनकी विवियों का वोट तो मिलने से रहा | इसलिए सभी पार्टियों ने एक बयान जरी कर के कहा है की उनके नेता चुनावतक शादी से दूर हीं रहे | हांचुनाव के बाद वे जीतनी चाहें उतनी शादी कर सकते हैं| इस बीच बड़े भाई शाहनवाज हुसैन ने राहुल गाँधी के बारे में कहा है की बहुत देर कर दी जनाब आते आते | तो क्या चुनाव बीत गया है और उसके बाद राहुल गाँधी आ रहे हैं ? सभी पार्टी के नेता तो अभिये न आ रहे हैं। भाई नेता तो चुनाव के वक्त ही न आएगा|

शुक्रवार, 3 सितंबर 2010

चुनाव आयो रे

बिहार में चुनाव होने जा रहा है | यानि लोगों की व्यस्तता बढनेवाली है| कुछ दिन लोगों को अपने दुःख दर्द को भूलने का मौका मिलने वाला है | और लोगों में नेताओं के आश्वासनों से अच्छे भविष्य की आस जगनेवाली है| आखिर आम आदमी आश्वासनों के भरोसे ही तो जीवन गुजार रहा है और नेता लोग कुर्सी के सहारे | चुनाव के चलते लोगों के जीवन में नया उत्साह देखने को मिल रहा है| दरअसल पैसे के आभाव में लोग एक जैसे स्थिति में रहने से जीवन से उकता सा गए थे | कुछ बदलाव की दरकार थी जो अब मिल गयी है| पार्टियाँ उन्हें पैसा खुल कर बाँट रही हैं | और मुफ्त की सैर करा रही है नाश्ते पानी का टीए डीए भी दे रही है | इससे पहले एकदूसरे से लड़- झगड़ कर हीं वे लोग अपना मनोरंजन किया करते थे| बेरोजगारों की फौज चुनाव के आगमन से खासी उत्साहित है , आखिर हो भी क्यों न पोस्टर बांटने एवं चिपकाने का उन्हें रोजगार जो मिल गया है| बड़े-बूढ़े खुश हैं की चुनाव के समय हीं सही कोई उनका कुशलक्षेम तो पूछ रहा है |वरना बेटे एवं बहू तो सीधी मुंह बात करना ही छोड़ दिए थे| वो तो नेता जी की उदारता जो ठहरी जो पांच साल बाद बड़े-बूढों की खबर ले रहे हैं | वरना इस ज़माने में कौन किसको पूछता है | विश्वाश नहीं तो बागवान देख लीजिये| कैसे मां बाप बेटों के घर से दुत्कारे जाते हैं | चुनाव के समय में बाल -वृद्ध गरीब -अमीर की खाई पट जाती है | | नेता सभी को एक घाट पर पानी पिलाने लगते है | चुनाव समतामूलक समाज के निर्माण में पांचसाल में हीं सही एकबार प्रयास जरुर करता है| बाकि के समय में बच्चे लोग ताली बजा सकते है, बूढ़े झक मार सकते हैं लफुए लाफुआगिरी कर सकते हैं| और नेताजी पटना में बैठकर मलाई खा सकते हैं|

कही आपको मोबैलिया तो नहीं

रविवार का दिन था | मै नींद में चैन की वंशी बजा रहा था| तभी पत्नी की दहाड़ती आवाज सारा मजा किरकिरा कर गयी | हालाकि पत्नी ने मुझे प्रेम से पुकारा था लेकिन उसकी मधुर वाणी भी भूमंडल को कंपाने के लिए काफी थी | वो अक्सर इसी प्रकार प्रेम से मुझे बुलाती थी जिसे सुनकर पशुपक्षी की भी रूह कांप जाती थी एवं मुहल्ले वाले घर में दुबक जाते थे | वैसे मुझे उसकी पति होने का एक फायदा हुआ था की कोई माई का लाल मेरी ओर आँख उठाकर नहीं देख सकता था | हाँ तो मै बात कर रहा था प्यार से उसके बुलाने की मै उस दिन पत्नी की बात सुनकर भी अनसुना कर दिया और बिस्तर पर पड़ा रहा | लेकिन कुछ देर बाद वहीं मधुर ध्वनि मेरे मन मष्तिक में गूंजी | अजी सुनते हो तुम्हारे निठ्ठले दोस्तों का आगमन होना शुरू हो गया है | मैंने नाराज होते हुए कहा की अरे भाग्यवान तुम क्यों सुबह सुबह नीद ख़राब करती हो| क्या सुबह सुबह तुम्हे यही काम बचा है || उसने झुझलाते हुए कहा की नीद ख़राब कर रहे हैं तुम्हारे दोस्त मुझपे क्यों नाहक बिगड़ते हो | वैसे तो पत्नी के आगे मेरे बोलती बंद हो जाती थी क्योंकि उसके हड़ताल पर जाने का भय मुझे हमेशा सताता रहता था| लेकिन उस दिन मैंने हिम्मत करके प्रतिरोध कर हीं दिया था | विगत में कई बार वह अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चली गयी थी जिसे समाप्त कराने के लिए मुझे सासु माँ से हस्तक्षेप करने के लिए आग्रह करना पड़ा था | साली को रेस्त्तुरेंट में खाना खिलाना पड़ा था और पिक्चर दिखाना पड़ा था | हालाकि पिक्चर दिखाना मेरे लिए सजा नहीं मजा की बात थी | लेकिन श्रीमतीजी को खुफिया कैमरे के तैनात होने का भय मुझे हमेशा सताता रहता था| | मै अब जागकर पत्नी के सामने हाजिर हो गया और पूछा कौन आया है भाग्यवान| श्रीमान सक्सेनाजी महाराज व्यंग्य पूर्ण ढंग से उसने जबाब दिया | मैंने उसे समझाते हुए कहा देखो शांति तुम्हे घर में इस तरह अशांति नहीं फैलानी चाहिए तुम्हे घर आये मेहमानों से अच्छे ढंग से बात करना चाहिए आखिर वे तुम्हारे पति परमेश्वर के मित्र है | और कुछ नहीं तो अपने नाम का ख्याल करो | अतिथि देवता तुल्य होता है| क्या इसकी शिक्षा तुम्हारे मायके वालों ने नहीं दी है | देखोजी मेरे मैकेवालों पर मत जाओ वरना ठीक नहीं होगा उसने रौद्र रूप धारण करते हुए पलटवार किया | मै तुरंत डैमेज कण्ट्रोल की मुद्रा में आगया और कहा डार्लिंग मेरे कहने का आशय वो नहीं था जो तुमने समझा तुम और तुम्हारे मैकेवाले तो मेरे आदर्श हैं भला मेरी ऐसी मजाल कहाँ की उनके बारे में बुरा सोंचने की हिम्मत कर सकूँ | यारों आखिर मै डैमेज कण्ट्रोल में आता क्यों नहीं अगर गुस्से में आकर कहीं उसका मैके गमन हो जाता तो चूल्हा - चौका तो मुझे हीं करना पड़ता| आप करने तो आते नहीं | मैंने मनुहार करते हुए कहा शांति तुम क्यों वेवजह अशांति फैलारही हो क्या तुम्हे इस बात का गर्व नहीं की तुम्हारे पति के आगे- पीछे आठ दस लोग चक्कर लगाते फिरते हैं क्यों नहीं क्यों नहीं तुम माधुरी दीक्षित जो हो माधुरी दीक्षित सही तेरा सलमान खान तो हूँ हीं | यह कहते हुए सीधे वहां से चला गया जहाँ सक्सेना जीछोभ मुद्रा में विराजमान थे | देखते ही लगा हो हो सक्सेना फिर देश प्रेम का दौरा पड़ा है उसे जब भी देश दुनिया की चिंता सताती वह इसी योगमुद्रा में दिखाई देता | मैंने पूछा यार सक्सेना क्या हुआ है तुमने यह रोनी सूरत एवं डोलती मूरत क्यों बना रखी है| भाभी जी तो ठीक है | भाभी जी को क्या हुआ है वो तो पचपन की उम्र में पच्चीस लग रही हैं| ज्यों-ज्यों उम्र बढ़ रही त्यों त्यों जवान होती जा रही हैं | उसने टपाक से जबाब दिया | मैंने कहा यार तुम्हे तो खुश होना चाहिए बुढ़ापे में भी जवानी का मजा ले रहे हो | उन्होंने कहा की तुम्हे मजाक सूझ रहा है और इधर मेरी जान निकल रही है | आखिर क्या हुआ है कुछ तो बताओगे भी मैंने झुंझलाते हुए पूछा | यार मोबैलिया वायरस देश में तेजी से पैर पसार रहा है| मेरा दिल धक् से कर गया डेंगू राष्टमंडल खेल को चूना लगाने के लिए क्या कम था जो मोबिलिया गया | सक्सेना के बात पर अविश्वास भी नहीं किया जा सकता क्योंकि अबतक के उसके सारे ब्रेकिंग न्यूज़ सही निकले थे | जारी ....

तेरे बिन लादेन

आदरणीय लादेन भाई
राम राम
तेरी कृपा से जीवन राम भरोसे चल रही है और आशा करता हूँ आप भी जहाँ होंगे अपने तीन चार दर्जन बीबी बच्चों के साथ सही सलामत होंगे भगवान करें की आपको अमेरिकी फौजें जीवन भर तोरा- बोरा की पहाड़ियों में खोजतीं रह जायें और आप पाकिस्तान में मेहमानवाजी का लुत्फ उठातें रहे लादेन भाई आपने मानवता के लिए जो महत्वपूर्ण कार्य किया है वह कौन भुला सकता है आखिर कौन नहीं जानता की आप लाखों बेसहारों के सहारा हैं आपने लाखों युवकों के हाथों में बन्दूक जो थमा दी है ताकि वे अपना जीवन शान से जी सकें अब वे किसी के दया पर निर्भर नहीं बल्कि लोग अपने जीवन के लिए उनकी दया पर निर्भर हैं जीवन में उनको किसी चीज की कमी नहीं है क्योंकि उनकी हांथों में बन्दूक जो है और किसको अपनी जीवन प्यारी नहीं है लादेन जी आपने आतंकी युवकों के दोनों हांथों में लड्डू थमा दिया है उनका यह जीवन तो शान से कटेगा ही परलोक में भी उन्हें जन्नत नशीब होगी क्योंकि जन्नत दिलाने का आपने ठेका जो ले रखा है लादेन जी आप कलयुग के भगवान हैं क्योंकि आप लोगों के जीवन भले ही नहीं दे सकतें हों पर जीवन लेने से आपको कौन माई का लाल रोक सकता है लादेन भाई आपके जीवन में कई चीजें अनुकरणीय है जिसको लोगों को अनुकरण करनी ही चाहिए आपको जो नहीं अनुकरण करता या तो आपकी प्रतिभा से जलता है या अमेरिका से मिला हुआ है लादेन जी आप कलयुग के आदर्श हैं अपुन भी आप जैसा इन्सान बनना चाहता है लेकिन चाहकर भी नहीं बन पाता क्योंकि कुत्ते की पूंछ भले सीधी हो जाये पर mera कोरा आदर्श छुटना मुश्किल है लादेन भाई मै जनता हूँ की आपने कठोरताआपने कठोरता मानव कल्याण के लिए धारण की है वरना आपभी अपुन जैसा कमजोर दिल इन्सान हैं और अपनी जीवन बचाने के लिए तोरा-बोरा की पहाड़ियों में छुपे फिरतें हैं जिस प्रकार पिता को पुत्र के कल्याण के लिए एवं डॉक्टर को मरीजों के हित के लिये कठोर होना पड़ता है उसी प्रकार आपको भी लोगों के हित के लिए कठोर होना पड़ा है लादेन भाई आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सम्मोहन गुरु हैं आप दुनिया के एक बहुत बड़े हिस्से में मौत का खेल khel रहे हैं और लोंगो को पता तक नहीं चल रहा है कि ये हम यह क्या कर रहे हैं ऐसा नहीं की आपके अनुयाई केवल लिख लोढ़ा लिख पत्थर है बल्कि इंजिनियर और डॉक्टर तक आपके एक इशारे पर मारने मरने को तैयार हो जाते हैं अमेरिका वाले आपको बेवजह ठिकाने लगाने के लिए खून और पसीना बहा रहे हैं जबकि आप संजुक्त राष्ट्र संघ के ब्रांड कनस्तर बनकर जन संख्या नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण कार्य कर सकते हैं अबतक जनसँख्या नियंत्रण के लिए आपके द्वारा किया गया कार्य नितांत हीं सराहनीय है आप मानवता का संघार भी मानवता के भलाई के लिए करते हैं आखिर आप जैसे लोगों के चलते ही यह धरती टिकी हुई है बरना कभी का भस गयी होती आखिर लोग क्यों नहीं समझते की आप मानवता का संघार भी मानवता की भलाई के लिए करते है आखिर जब सृष्टि का विनाश ही नहीं होगा तो निर्माण कैसे होगा लादेन भाई पानी के आभाव में भले नदियाँ सुख जायें लेकिन आपने जो खून की नदियाँ बहाई है वह युग युगांतर तक हरी भरी रहेगी लादेन भाई आपको पत्र लिखना आपको समझाना कतई नहीं है क्योंकि आपको जब अमेरिका आजतक नहीं समझा सका तो हम किस खेत की मूली ठहरे और दूसरी बात यह की आपको समझाने का अर्थ है अल्ला को प्यारा हो जाना अंत में मै यही कहूँगा की तेरे बिन लादेन अब जिया जाये ना मुआ जाये ना
आपका मुर्गा
गोपाल तिवारी

ऋण लेकर घी पियो

सबका सब दिन एक सामान नही होता है कभी किसी का सितारा बुलंद होता है तो किसी का गर्त में बेचारे कर्ज को ही ले लीजिये यह मारा- मारा फिर रहा था जिस किसी के पाले में गया उसी को कलंकित कर दिया लेकिन अब इसके दिन बहुर गए हैं आज ऋण लेना अस्सम्मान की बात नहीं बल्कि शान का प्रतिक है आज कर्ज स्टेटस सिम्बल बन गया है अख़बारों के पन्ने लोनों के गुणगान से भरे पड़े हैं देश की नामी गिरामी हस्तियाँ टीवी चैनलों पर ऋणी होने का उपदेश पिला रही हैं बैंक वाले करोणों रुपया विज्ञापन पर खर्च कर रहे हैं वैसे सरकार भी चाहती है की देश का कोई भी घर ऋणी होने से वंचित न रहे इसके लिए उसने वाकायदा रिबेट दे रखी है जिसपर लोग बेवजह डिबेट कर रहे हैं लोन के किस्मों की सूची किसी बड़े रेस्टुरेंट के मीनू से भी लम्बी चौड़ी है आकर्षक पन्च लाइनों से युक्त जुमले एवं लोन बांटती अर्धनग्न माडल किसको नहीं अपने ओर आकर्षित कर लेगीं आज ऋण लेने को जो बुरा समझ रहा है वह अपना जीवन कठिनाई में गुजार रहा है और जो ऋण को उपहार समझ रहा है वो मालोमाल हो रहा है जब वैश्विकरण के इस युग में हर चीज परिवर्तनशील है सामाजिक एवं नैतिक मूल्यों की परिभाषा तेजी से बदल रही है तो ऋण के सन्दर्भ में पुरातन धारना क्योंआज जो जितना ऋणी है समाज भी उसका उतना ही ऋणी है देश ऋणी है राज्य ऋणी है संगठन एवं समाज ऋणी है तो ऋण लेना असम्मान की बात कैसे हो सकती है आखिर कर्ज लेकर कार की सवारी करनेवाले को दुनिया सम्मान से देखेगी की पैदल चलनेवाले को बहती गंगा में हाथ नहीं थोना कहाँ की बुद्धिमानी है जब सरकार मंत्रियों एवं संतरियों की सुख सुविधावों के लिए कर्ज ले सकती है तो आप कहा के नबाब ठहरे क्या आप सरकार से भी बड़े हैं वैसे कर्ज के विरोधियों की लाबी भी काफी मोटि- तगड़ी है मंदी ने कर्जखोरों पर लोगों को व्यंग्य वान छोड़ने का नया मौका दे दिया है कर्ज के विरोधियों का कहना है की अमेरिकी मंदी वहां के बैंकों की दरिया दिली का नतीजा है और बचत को महत्व देने के कारण भारतीय अर्थव्वस्था मंदी के प्रभाव से अछूती रही है हालाँकि मुझ जैसा कर्जखोर कभी भी इस तर्क को नहीं स्वीकार करेगा ऋण के विरोधियों को बिचौलियों के बीबी बच्चों का भी ख्याल नहीं ऋण का कारोबार बंद हो जाने पर बेचारे बिचौलियों के बीबी बच्चों को कौन पूछेगा कमीशन लेने वाले बैंककर्मियों की क्या दशा होगी तो आइये २२१२ के प्रलय से पहले हम अपनी अतृप्त इछाओं को कर्ज लेकर पूरा कर लें सुख सुभिधाओं का भोग कर लें फिर क्या पता दुनिया रहे या न रहे

भ्रष्टाचार का है जब संग तो बेरोजगारी का काहें का गम

मैट्रिक एवं इंटर में लड़कियों से पिछुड़ने के बाद लड़के एवं उनके अभिभावक करियर विशेषज्ञों की शरण में जा रहे हैं वे करियर विशेषज्ञों से सलाह ले रहे हैं कि कैसे उनके लड़के उनकी लड़कियों से बाजी मारेंगे लड़कों का मानना है कि लड़कियों ने अगर इसी तरह जलवा दिखाना जारी रखा तो सब गुड गोबर होने से कोई नहीं रोक पायेगा वैसे हीं कई प्राइवेट सेक्टरों में कंपनीवाले लड़कों को घास नहीं डाल रहे हैं और लड़कियों पर लट्टू हो रहे हैं और यह सिलसिला तबतक जारी रहनेवाला है जबतब महिला बसों की संख्या अच्छी खासी नहीं हो जाती एक दिन ऐसा भी आ सकता है की पतियों को चूल्हा - चौका करना पड़े एवं पत्नियाँ हुक्म बजायेंगी फिर पिताजी का दहेज़ का सपना भी अधूरा रह रह जायेगा है और मुझे पित्री ऋण से मुक्त होने के लिए दूसरा जन्म लेना पड़ेगा हाँ तो मै बात कर रहा था करियर विशेशज्ञों की सलाह की करियर गोरुओं की नजर में भ्रष्टाचार आज सबसे बेहतरीन करियर है इस क्षेत्र में युवाओं के लिए अपार संभावनाएं भरी पड़ी है वैसे युवक जो रातोरात आमिर बनाना चाहतें हैं इस क्षेत्र में अपना भाग्य आजमा सकते हैं इस क्षेत्र मे में प्रक्टिकल का महत्व है इसलिए पढ़ाकू किस्म के युवकों के लिए सफलता की कम सम्भावना है वैसे कई पढ़े लिखे लोगों ने भी इस क्षेत्र में खूब ख्याति कमाई है घाघ एवं शातिर किस्म के युवकों को इस क्षेत्र में बहुत जल्दी सफलता मिलती है सीधे- साधे युवकों को सफलता के लिए कड़ी परिश्रम की अपेक्षा होती है लेकिन लुच्चों एवं लफंगों के यहाँ ट्रेनिंग करके वे कामयाबी जल्दी पा सकते हैं न्याय एवं ईमान का इस क्षेत्र से छत्तीस का आंकड़ा है अतः भ्रष्टाचार के क्षेत्र में करियर बनाने से पहले न्याय को घर छोड़कर एवं ईमान को बेंच कर आइये भ्रष्टाचार उद्योग की सबसे बड़ी विशेषता यह है की अराजकता की स्थिति में भी यह उद्योग फलफूल सकता है जबकि और उद्योगों का भठ्ठा बैठ जाता hai मंदी के दौरान जहाँ और उद्योग बुरी तरह प्रभावित हुए वहीँ यह उद्योग पताका फहरा रहा या यूँ कहें की मंदी ने इस उद्योग को विकसित होने का सुनहला अवसर दिया है छटनी के चलते बेरोजगार हुए युवकों को इस क्षेत्र ने नौकरी दी कुछ लोगों का कहना है सूचना का अधिकार इस क्षेत्र के लिए नई मुशीबत लाने वाला है. भाई लोकतंत्र है किसी को कोई दिन में सपने देखने से नहीं रोक सकता है विशेषज्ञों का कहना है की सूचना के अधिकार से भ्रष्टाचारियों को कतई आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है इस क्षेत्र के घाघ इसका जरुर रास्ता निकल लेंगे भ्रष्टाचार विरोधियों की की कुटिल नजर आज से ही इस क्षेत्र पर नहीं है आदिकाल से इसके खिलाफ लोग लामबंद होते रहे हैं पर यह पहले भी अपना परचम लहराता था और आजभी लहरा रहा है हाँ अन्य उद्योग की तरह इस उद्योग में भी अनुभव की पूछ है जैसे जैसे आपका अनुभव बढ़ता जायेगा आपका कद एवं पद दोनों बढ़ता जायेगा फिर लोग क्या सरकार भी आपका सलाम ठोकेगी

नेताजी की उदारता

क्षेत्र में नेताजी कि उदारता कि चर्चा इन दिनों सरेआम हो रही है कारण कि कोई अगर उनसे चवन्नी की मांग करता है तो अठन्नी दे रहे हैं और अठन्नी कि मांग करने पर रूपया दरअसल नेताजी का विचार पांच साल किये क्षेत्र की उपेक्षा का छतिपूर्ति कर देने का है विपक्ष अकसर उनपर क्षेत्र कि उपेक्षा करने का आरोप लगेता हैं लेकिन डोलड्रम जी(नेताजी) इसे विपक्ष का दुष्प्रचार करार देते हैं उनकी दरियादिली को लोग अक्सर चुनाव से जोड़ कर देखते हैं लेकिन मेरा मानना है है कि उनका ह्रदय परिवर्तित हो गया है देखते नहीं कितनी तल्लीनता से वे लोगो की सेवा में जुटे हुए हैं भाई ह्रदय तो किसी का कभी भी परिवर्तित हो सकता है फिल्मो में जब हो सकता है तो वास्तविक जीवन में क्यों नहीं हो सकता है देखते नहीं भाई लोग फिल्मों में कितनी गरीबों एवं असहायों की सेवा किया करते हैं बाल्मिक का जब ह्रदय परिवर्तित हो सकता है अंगुलिमाल का हो सकता है तो नेताजी का ह्रदय क्या पत्थर का बना है जो गल नहीं सकता है माना कि एक -दो दर्जन मुक़दमा उनपर चल रहा है लेकिन विधायक बनकर वह उसका प्रायश्चित भी तो कर रहे हैं मेरा मानना है की कड़क एवं रोबदार छवि ने अगर उदारता धारण की है तो वह जरुर क्रांति लाकर मानेगी कुछ नहीं तो नेताजी शराब का भठ्ठा ही खोलवा दिए तो कईयों का कल्याण हो जायेगा युवकों को शराब बेचने का काम मिल जायेगा और लोगों को गला तर करने के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा वैसे नेताजी ने छोटे- बड़े बाल- वृद्ध सभी की किश्मत को चमकाने का वादा अपने चुनावी घोषणा पत्र में किया है और कहा है की वे प्रयास करेंगे कि अपहरण उद्योग जो नीतिश के शासनकाल मंदी में चला गया है उबरे जरुरी हुआ तो इसमें जन डालने के लिए प्रोत्साहन पैकेज दिलाने का प्रयास करेंगे उन्होंने युवकों से कहा है कि वे पोस्टर एवं बैनर पूरी तल्ल्निता से ढोयें चुनाव जितने के बाद वे हर हर युवक को काम देंगे उन्होंने गर्जियानो से कहा है कि अगर वे अपने बच्चे को जीवन में सफल देखना चाहतें हैं नैतिकता-वैतिकता का पाठ पढ़ाना बंद कर दें क्या हम नेता नैतिकता का पालन करते हैं अरे सत्याचरण करने वाले माछी मारते हैं मांछी नेता नहीं बनते

पाटलिपुत्र के सच्चे वारिश

बिहार का गौरवशाली अतीत है | और इस गौरवशाली अतीत को हमरे राजनेता अपने अपने ढंग से आगे बढ़ाते रहते हैं | चाहेंगे भी क्यों नहीं आखिर जनता कि नजर में उसके संच्चे वारिश जो हैं | बिहार के संसदीय इतिहास में २०१० का मानसून सत्र गौरव के साथ लिया जायेगा क्योंकि इस महान दिन को माननीय सदस्यों ने मर्यादा कि नई परिभाषा गढ़ दी | विधान सभा युद्ध का अखाडा बन गयी माननीय सदस्यों ने जमकर नूरा- कुस्ती की | एक -दुसरे से ऐसे गले मिले कि किसी की बांह मुड गयी तो किसी को पांव में मोच आ गयी | उन्होंने स्वीकारा कि वे सदन के पटल पर लातम- जूतम से लेकर वे सब कुछ किये जो संसदीय आचरण के दायरे में आता है | उन्होनो यह भी कहा कि वे गमले एवं माइक आत्मरक्षा के लिए उठाये थे | शुक्र है कि उनके हांथो में बन्दुक नहीं थी वरना आत्मरक्षा के लिए बन्दूक भी उठ जाती | तब शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए मार्शल नहीं कमांडो बुलाने पड़ते |जब एक संवाददाता ने उनसे पूछा कि आपलोग तो अहिंसा के पुजारी हैं | यह सब आचानक कैसे हो गया तो उन्हों कहा कि वैसे तोशालीनता हमलोग उतारते नहीं | लेकिन हम लोग अन्याय भी तो नहीं देख सकते | उन्हों अपने कार्य को सही साबित करने के लिए सामूहिक काव्य पाठ भी किया | जैसे अधिकार खोकर बैठ रहना यह बड़ा अन्याय है न्यायार्थी अपने बंधुओं को दंड देना धर्मं है आदि | उन्हों ने आगे कहा कि वे जब घोटाला शब्द जीवन में पहलीबार सुने तो अपने आपको तोड़फोड़ करने से नहीं रोक पाए | उन्होनो ने यह भी कहा कि जिनके जीवन में कभी कलंक का छीटा न पड़ा हो वो अन्याय को देखकर तो आंदोलित हो ही जायेंगे न | क्रोध में मान- मर्यादा का किसे ख्याल रहता है | जो उन्हें ख्याल रहेगा | पत्रकारों से माननीय सदस्यों ने यह भी कहा कि बिहार के नाम को वे दिक्- दिगंत में गुंजायमान करने के लिए अपना सबकुछ त्याग कर देंगे | भविष्य में भी वे ऐसा करते रहेंगे | उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि बिहार केवल आर्थिक तरक्की तक हीं सीमीत न रहे | बल्कि ऐसे क्षेत्र को भी चूने जो लोग करने से परहेज करते हों | उन्होंने संसदीय आचरण के ऐसे ऐसे आदर्श गढ़े जाने कि वकालत की जो कि दुसरे के लिए आदर्श बने | उन्हों ने यह भी कहा कि अगर हम लोगों ने कोई सूचना छुपायी भी हो तो बालक समझ कर उन्हें माफ कर दिया जाये |

बुधवार, 25 अगस्त 2010