बुधवार, 9 मार्च 2011

दर्द से चिल्लाती रही महिला सोए रहे डाॅक्टर

दर्द से चिल्लाती रही महिला सोए रहे डाॅक्टर- डां साहब सोए थोड़े थे निदान में खोए थे।
विधायकों ने दिलायी जंगल राज की याद- क्योंकि दुख के बाद सुख का एहसास बड़ा मधुर होता है।
गंदगी व कुड़े के अंबार से शहरवासी परेशान- क्यों गंदगी अबतक उनकी नियति नहीं बनी है ?
नक्सलियों ने पुजारी को बंधक बनाया- अनुष्ठान कराना होगा।

दूसरी पारी में मंत्री नदारद- पा गए होंगे कोई पदारथ।
टेलीकाॅम कंपनियां खत्म करें झगड़ा - और ऐसे कमाएं मुनाफा तगड़ा।

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