बुधवार, 22 जून 2011

गेंदबाजों ने करवाई वापसी

बने रहें शिखर पर - मै भोजन-पानी पहुंचाऊंगा।

प्रवीन कुमार को पहली पारी में गेंदबाजी से रोका गया- जोर-जबरदस्ती करना कोई ठीक बात है क्या?

ढ़ाई दशक बाद भी नहीं सुधरी परिवहन व्यवस्था- ढ़ाई सौ साल दशक में भी मत आशा कीजिए।

सूर्य की गतिविधियों पर टिकी नजर -क्या करें किसी पर भरोसा हीं न रहा।

गेंदबाजों ने करवाई वापसी- और बल्लेबाजों ने लूटिया डूबोई।

पाकिस्तान से पंगा न ले भारत - वरना वहां दंगा हो जाएगा।

निगम के एएसआई को रिश्वत लेते रंगे हाथ धरा- और खेल घोटाले के बड़े पंछी घूम रहे हैं आजाद।

स्ट्रीट लाईटों का रखरखाव निजी हाथों में- जल्द हीं सरकार सामाजिक दायित्व का रख रखाव भी निजी हाथों में सौंप देगी।
कागजों में फोटो लगाये तो हरियाली कहां से आएगी- फोटोशाॅप से।

भ्रष्टाचार मिटाओ इनाम पाओ- इसके तहत उत्तराखंड सरकार निगमानंद जी को और केंद्र सरकार रामदेवजी को पूरस्कृत कर चुकी है।

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